Asaduddin Owaisi (Image Credit-Social Media)
असदुद्दीन ओवैसी का परिचय: भारत की समकालीन राजनीति में असदुद्दीन ओवैसी एक महत्वपूर्ण नाम हैं, जिन्होंने न केवल मुस्लिम समुदाय बल्कि दलित, पिछड़े और अन्य अल्पसंख्यकों के मुद्दों को संसद में उठाया है। वे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और हैदराबाद से कई बार सांसद चुने जा चुके हैं। उनका राजनीतिक सफर पारंपरिक विरासत, सामाजिक प्रतिबद्धता और प्रभावशाली वक्तव्य शैली से भरा हुआ है।
प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
असदुद्दीन ओवैसी का जन्म 13 मई 1969 को हैदराबाद में एक सुन्नी मुस्लिम परिवार में हुआ। उनके पिता, सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी, एक प्रतिष्ठित राजनेता थे, जिन्होंने दो दशकों से अधिक समय तक सांसद के रूप में कार्य किया। उनके दादा, अब्दुल वाघ ओवैसी, ने 1957 में AIMIM को पुनर्जीवित किया और समुदाय की राजनीतिक भागीदारी को बढ़ावा दिया।
शिक्षा और खेल में प्रतिभा शिक्षा और खेल में प्रतिभा
असदुद्दीन ने हैदराबाद के निज़ाम कॉलेज से कला में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और बाद में लंदन में लिंकन इन से कानून की पढ़ाई की। वे एक कुशल वक्ता और शिक्षित व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं। युवा अवस्था में, वे एक प्रतिभाशाली क्रिकेट खिलाड़ी भी रहे और 1994 में दक्षिण क्षेत्र अंडर-25 टीम का हिस्सा बने।
व्यक्तिगत जीवन व्यक्तिगत जीवन
असदुद्दीन ओवैसी की शादी फरहीन ओवैसी से हुई है और उनके छह बच्चे हैं, जिनमें पांच बेटियां और एक बेटा शामिल हैं। उनका परिवार हैदराबाद के शास्त्रीपुरम में निवास करता है। उनकी बेटियों की शादियां भी प्रतिष्ठित परिवारों में हुई हैं।
राजनीतिक करियर की शुरुआत राजनीतिक करियर की शुरुआत
1994 में, असदुद्दीन ने चारमीनार विधानसभा सीट से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उन्होंने मजलिस बचाओ तहरीक के उम्मीदवार को 40,000 से अधिक मतों से हराया। 1999 में, उन्होंने तेलुगु देशम पार्टी के उम्मीदवार को 93,000 वोटों से पराजित किया।
सांसद के रूप में उपलब्धियां सांसद के रूप में उपलब्धियां और भूमिका
असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में कई बार अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासियों के अधिकारों के लिए आवाज उठाई है। वे भाजपा और अन्य दलों की नीतियों पर तीखा हमला करते हैं और यूएपीए, एनआरसी, सीएए जैसे कानूनों का विरोध करते हैं।
AIMIM का विस्तार और रणनीति AIMIM का विस्तार और रणनीति
असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व में AIMIM ने सामाजिक न्याय और संवैधानिक अधिकारों को प्राथमिकता दी है। उन्होंने दलित-मुस्लिम एकता को बढ़ावा दिया और बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और गुजरात में पार्टी का विस्तार किया।
विवाद और आलोचना विवाद और आलोचना
असदुद्दीन ओवैसी की बेबाक बोलने की शैली ने उन्हें विवादों का केंद्र बना दिया है। उन पर ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया गया है, जिसे वे खारिज करते हैं। उनके समर्थक उन्हें अल्पसंख्यकों की असली आवाज मानते हैं।
सामाजिक और धार्मिक सरोकार सामाजिक और धार्मिक सरोकार
ओवैसी ने शिक्षा, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर प्रभावी हस्तक्षेप किया है। वे मुस्लिम युवाओं को आधुनिक शिक्षा के लिए प्रेरित करते हैं और उनकी पार्टी कई सामाजिक सेवाओं का संचालन करती है।
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